
ग्वालियर। मप्र मध्य क्षेत्र विधुत वितरण कम्पनी के प्रबंध संचालक डॉ संजय गोयल के द्वारा कथित तौर पर अभियंताओं के साथ गलत व्यवहार औऱ अपशब्दों के इस्तेमाल की शिकायत का मामला तूल पकड़ता दिख रहा है।
कल कुछ लोगों ने संजय गोयल के खिलाफ की गई शिकायत को पूर्वाग्रह से ग्रसित बताया था तो आज विधुत अजाक्स फेडरेशन ने भी मुख्यमंत्री और ऊर्जा मंत्री को एक पत्र देते हुये खुल कर डॉ गोयल के पक्ष में मोर्चा खोल दिया है।
प्रांतीय महासचिव नरेंद्र चौधरी के हस्ताक्षर से जारी अजाक्स फेडरेशन के इस ज्ञापन में कहा गया है कि अभियंता संघ द्वारा डॉ गोयल पर लगाये गए आरोप असत्य एवं मनगढ़ंत हैं।
उनके खिलाफ शासन को भेजी गई शिकायतें महज दबाव बनाने और ब्लैकमेल करने के लिये की जा रही हैं।
अजाक्स फेडरेशन ने कहा कि डा गोयल द्वारा उपभोक्ताओं के हितों की खातिर सही रीडिंग के अनुसार बिल जारी करने की कवायद की जा रही है ताकि शासन की मंशानुसार किसी उपभोक्ता का अहित न हो एवम शासन को भी इसका लाभ मिले लेकिन कतिपय मीटर रीडरों और अभियंताओं का इससे स्वार्थ सिध्द नहीं हो पा रहा जिसके चलते यह सब कपोल शिकायत कर डॉ संजय के खिलाफ माहौल बनाने में जुट गए हैं।
दरअसल भ्र्ष्टाचार में लिप्त अभियंताओं के खिलाफ कार्रवाई की बात प्रबंध संचालक ने की जिससे अभियंता कुपित हैं और छवि खराब करने के प्रयास में जुटे हैं।
विधुत अजाक्स फेडरेशन ने मांग की है कि डा संजय गोयल के ख़िलाफ़ असत्य मनगढ़ंत शिकायत करने वाले अभियंताओं के विरुद्ध कड़ी कार्रवाई हो ताकि शासन की जनकल्याण कारी नीतियों का जनता को लाभ मिल सके और साफ छवि वाले अधिकारी का मनोबल न टूटे।



