*पुलिस आरक्षक के नाम पर चलाए जा रहे हैं अवैध रेत के ट्रक*
*पुलिस आरक्षक के नाम पर चलाए जा रहे हैं अवैध रेत के ट्रक*
डबरा (बिलौआ)।प्रशासन द्वारा रेत के अवैध उत्खनन रोकने के लिए ताबड़तोड़ कार्रवाई की जा रही है। अधिकारियों को इसमें कुछ हद तक कामयाबी भी हासिल हुई है, मगर कार्यवाही के दौरान कुछ ऐसे मामले भी सामने आने लगे हैं जहां उत्खनन में लगे वाहनों पर शासकीय सेवकों के नाम लिखे होने के बाद भी प्रशासन की नजर अभी तक इन पर नहीं पड़ी है ।
ऐसा ही मामला बिलौआ थाने का है जहां रेत के भरे डंपर पर बिलौआ थाने में पदस्थ आरक्षक का नाम व फोन नम्बर लिखा हुआ है ।

ज्ञात रहे कि एनजीटी द्वारा देशभर में रेत के उत्खनन पर प्रतिबंध होने के बावजूद ग्वालियर से सटे अंचल की करीव 3 दर्जन खदानों , नहरों व नदियों से पनडुब्बियों के द्वारा प्रतिदिन ट्रैक्टर- ट्रॉलियों , डंम्परों, व ट्रकों के माध्यम से रेत का उत्खनन किया जा रहा है , हालांकि लंबे समय से लगाम लगाने के लिए प्रशासन द्वारा ताबड़तोड़ कार्रवाई की जा रही है लेकिन इसमें जुड़े लोग बगैर रॉयल्टी वाहनों से ग्राम व शहरों तक रेत पहुंचा रहे हैं।

सरकार के निर्देश पर प्रशासन द्वारा जिले में अवैध रूप से संचालित खदानों पर कार्यवाही जारी है पहला मामला कुछ दिन पूर्व ग्वालियर थाना क्षेत्र में हुआ था वहीं दूसरा मामला बिलौआ थाने का है यहाँ अवैध रेत से भरे ट्रक पर थाने में पदस्थ आरक्षक सत्यभान सिंह गुर्जर का नाम व फोन नंबर लिखा हुआ है । यह मामला बिलौआ थाने अंतर्गत आने वाले मालवा कॉलेज के पास बने तिराहे का है यहां पर चैतगांव से रेत का भरा हुआ ट्रक तेज रफ़्तार मैं हाईवे पर आ रहा था ट्रक क्रमांक RJ11 GB 3624 हैं ।
जब पुलिस प्रशासन के लोग ही अवैध कारोबारियों के साथ मिलकर अपना कारोबार चला रहे हैं तो इस अवैध कारोबार पर रोक कैसे लगेगी । वहीं थाना प्रभारी के आदेश के अनुसार एफ़.आर.बी. गाड़ी इस समय उस जगह का राउन्ड लगा रही थी तभी हाईवे पर तेज रफ्तार ट्रक ने एफ़.आर.बी. गाड़ी को ओवरटेक कर गाड़ी मैं टक्कर मारने की कोशिश की तभी एफ़.आर.बी. गाड़ी के द्वारा इस ट्रक को ओवरटेक कर अपनी निगरानी मैं ले लिया गया और इसकी सूचना बिलौआ थाने के आरक्षक दलवीर जाट को दी गई जिसने बिलौआ थाना प्रभारी को इस घटना के बारे मैं अबगत कराया। बिलौआ थाने का पुलिस बल मोके पर पहुचा ।
*इनका कहना-*
01. बिलौआ के इस क्षेत्र में लूट जैसी कई घटनायें आये दिन होती रहती हैं जिसको लेकर TI साहब ने हमें इस एरिया मैं देखने को कहा जभी हमारी गाड़ी की बत्ती देखकर ट्रक चालक ने अपने ट्रक की स्पीड बड़ा दी और हमारी गाड़ी को टक्कर मारने की कोशिश की हमारे द्वारा इसका पीछा किया गया तभी यह ट्रक से उतकर हमें रिश्वत देने लगा हमने रिश्वत लेने से मना किया तो ट्रक चालक ने हमें धमकी दी और कहा की यह सत्यभान सिंह का ट्रक हैं ट्रक के ऊपर सत्यभान सिंह का नाम व मोबाइल नम्बर भी डला हुआ था! तभी मोके पर सत्यभान सिंह आये और ट्रक चालक को अपने साथ लेकर चले गए|
*वीरेन्द्र मोर्य, बिलौआ थाना आरक्षक*



