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रेलवे ने यात्रियों को किया टेंशन फ्री जानिये अब क्या होने वाला है खास

रेलवे ने डिजिटल प्लेटफॉर्म पर एप से लेकर इंटरनेट के जरिये कई तरह की सुविधाएं यात्रियों तक पहुंचाई है. लेकिन इंडियन रेलवे ने अब यात्रियों को सबसे बड़ा तोहफा दिया है.
रेलवे ने डिजिटल प्लेटफॉर्म पर जुड़कर एप से लेकर इंटरनेट के जरिये कई तरह की सुविधाएं यात्रियों तक पहुंचाई है. लेकिन इंडियन रेलवे ने अब यात्रियों को सबसे बड़ा तोहफा दिया है. एक सुविधा के रूप में रेलवे ने यात्रियों को उनकी सबसे बड़ी चिंता से दूर किया है. आइए जानते हैं क्या सुविधा दी है रेलवे ने.

दरअसल रेलवे ने अब यात्रियों को स्वास्थ्य सुविधाएं भी देने जा रहा है. अगर स्टेशन या फिर ट्रेन में किसी यात्री की तबीयत बिगड़ती है तो रेलवे अब उसकी मदद करेगा. रेलवे ने इसके लिए पुख्ता इंतजाम कर लिए है और कई स्टेशन इस पर काम कर रहे हैं.

यह ऐप एक सेलेक्टेड ट्रेन या स्टेशन को जैसे सफाई, सुविधाओं आदि के विभिन्न प्रदर्शन मानकों एनालिसिस करने में मदद करेगा जिससे उस ट्रेन या स्टेशन को और बेहतर बनाया जा सके.
रेलवे ने सभी ट्रेनों और रेलवे स्टेशनों पर अब 88 जीवनरक्षक उपकरण, दवाएं और इंजेक्शन उपलब्ध कराने की योजना बनाई है. आपको बता दें कि फिलहाल रेलवे परिसरों में आम तौर पर फर्स्ट एड बॉक्स मिलता था.

मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक, सुप्रीम कोर्ट ने एम्स के डॉक्टरों की एक समिति गठित की थी. इसे ट्रेनों में यात्रियों को इमरजेंसी केयर उपलब्ध कराने के मुद्दे को देखने के लिए कहा गया था. समिति ने अपनी रिपोर्ट में उन उपकरणों की सूची दी है जो रेलवे को उपलब्ध करानी है.
यात्रियों को सुविधाएं देने की शुरुआत कर दी गर्इ है. आपको बता दें कि जयपुर-कोटा ट्रेन में दिल का दौरा पड़ने से रेलवे के एक अधिकारी की मौत हो गर्इ थी. इस बारे में एक अखबार ने खबर छापी थी. इसे लेकर जनहित याचिका दाखिल की गर्इ थी. सुप्रीम कोर्ट ने इस याचिका पर सुनवार्इ करते हुए पैनल बनाने का निर्देश दिया था.

रेलवे ने इन चिकित्सा उपकरणों में डिलीवरी किट, ऑक्सीजन सिलेंडर, लैरिंगोस्कोप्स, कैथेटर, सिरिंज, टैबलेट, स्पिलिंट्स, सभी आकार-प्रकार की पट्टियां, मरहम और ऑक्सीजन डीफिब्रिलेटर्स जैसी चीजों को शामिल किया हैं. रेलवे तीन-चार लाख रुपये की कीमत वाले ऑक्सीजन डीफिब्रिलेटर को छोड़कर अन्य सभी चिकित्सा आपूर्ति चरणबद्ध तरीके से पहुंचा जा रही है.


