कांग्रेस से नाराजगी पर सिद्धू ने लगा दिया लिखित बयान का चौका
वेब ङेस्क। कांग्रेस से नाराजगी जताने के बाद निकाय मंत्री नवजोत सिंह सिद्धू ने लिखित बयान जारी किया है। उन्होंने लिखा है कि तीन शहरों अमृतसर,जालंधर तथा पटियाला के मेयर के चुनाव को लेकर हुए विचार-विमर्श में उन्हें शामिल नहीं किया गया और न ही किसी तरह की कोई राय ली गई। इसका उन्हें बेहद दुख है। इतना ही नहीं उनके शहर अमृतसर में मेयर पद की मीटिंग में उन्हें बुलाया तक नहीं गया। इससे साफ जाहिर होता है कि वह कांग्रेस से बेहद नाराज हैं।
बता दें कांग्रेस ज्वांइन करने से लेकर विधानसभा चुनाव में टिकट देने और डिप्टी सी.एम. व कैबिनेट मंत्री बनने तक को लेकर चल रही पार्टी की सियासत अभी थमी नहीं है। निकाय व पर्यटन मंत्री बनने के बाद भी नवजोत सिद्धू ने महकमे के विस्तार की मांग उठाकर कैप्टन अमरेंद्र सिंह के लिए थोड़ी मुश्किलें पेश की थीं। उसके बाद से लेकर आज तक लगातार अपने आक्रामक रवैये के चलते काग्रेसियों में जगह बनाने वाले सिद्धू को मौका मिलते ही किनारे कर दिया जाता रहा है।
सियासी कूटनीति का यह सिलसिला निकाय चुनाव के बाद अब मेयरों के चुनाव में भी जारी रहा। शायद यही वजह है कि तीनों में से किसी भी शहर में मेयरों के चुनाव को लेकर सिद्धू की आधिकारिक तौर पर ड्यूटी नहीं लगाई गई है। देखा जाए तो निगम उन्हीं के विभाग के अंतर्गत आते हैं, इसके बावजूद सिद्धू को मेयर चुनाव मामले से दूर रखा गया।