*पांचवी क्लास का बच्चा तीन दिन से कर रहा था पुलिस को गुमराह,जब कहा माता पिता को भेज देंगे जेल तब कबूली हत्या*
*पांचवी क्लास का बच्चा तीन दिन से कर रहा था पुलिस को गुमराह,जब कहा माता पिता को भेज देंगे जेल तब कबूली हत्या*

इंदौर। पांचवीं के छात्र की हत्या में पकड़ाया किशोर तीन दिन तक पुलिस अफसरों को गुमराह करता रहा। वह अलग-अलग कहानियां सुनाकर दूसरों को फंसाने की कोशिशें करता रहा। एएसपी-सीएसपी के साथ मिलकर हत्यारों को ढूंढ़ने का भी नाटक किया। खुद ने सीसीटीवी फुटेज भी जुटाए। आखिर में माता-पिता को जेल भेजने की धमकी देने पर वह टूट गया और हत्या करना कबूल कर लिया।
वाकया बाणगंगा थाना क्षेत्र का है। गुरुवार रात पुलिस ने गोविंद नगर खारचा निवासी 13 वर्षीय पांचवीं के छात्र को उसके दोस्त योगेश चौहान (13) की हत्या के आरोप में गिरफ्तार किया। योगेश 18 जनवरी को अगवा हुआ था। उसका शव बंद पड़ी स्टील फैक्टरी में मिला था।
आरोपित किशोर पुलिस की गतिविधियों पर नजरें रखे था। वह योगेश की शवयात्रा में भी शामिल हुआ। पुलिस वाले जांच करने आए तो उनके साथ ही घूमता रहा। उसने यह भी पता लगा लिया कि दुकान पर लगे सीसीटीवी कैमरे में उसकी भी तस्वीर आ गई है। पुलिस उससे पूछताछ करती, उसके पहले अफसरों से उसने कहा कि योगेश रात में मुझे मिला था। कुछ दूर मेरे साथ गया था।
पुलिस वाले फुटेज देखने गए तो किशोर की बात सच निकली। इससे उसकी बातों पर किसी को शक नहीं हुआ। उसने पहले योगेश की बहन रानी के दोस्तों को फंसाने की भी कोशिश की। तीन युवकों को पुलिस से पकड़वा दिया।
*ऐसे पकड़ाया किशोर का झूठ, पिता को देख रोने लगा*
एएसपी (पूर्वी-3) प्रशांत चौबे के मुताबिक किशोर पर शक होने पर उससे पूछताछ की तो झूठ बोलने लगा। उसने हत्या से इंकार कर दिया। पुलिस ने उसके माता-पिता को थाने बुलाया। किशोर से कहा- सच नहीं बताया तो दोनों को जेल जाना पड़ेगा। किशोर टूट गया और मान लिया कि योगेश को उसने ही मारा है। वह उससे एंड्रॉयड मोबाइल फोन लूटना चाहता था।
हॉरर फिल्मों की तरह वीडियो बनाने और फोटो खींचने के बहाने उसे लेकर गया था। उसने शर्ट से हाथ बांध दिए थे। वीडियो बनाने का झांसा दिया और पत्थर से सिर कुचल दिया। पुलिस ने उससे मोबाइल और योगेश की साइकिल बरामद कर ली है।
*मोबाइल कंपनी को नोटिस*
एएसपी के मुताबिक पुलिस ने योगेश के मोबाइल कंपनी के लिए आइडिया मोबाइल को ईमेल किया था। नोडल अफसर ने टॉवर लोकेशन दी जबकि उन्हें लोकेशन बेस्ड सिचुएशन(एलबीएस) चाहिए थी। समय पर लोकेशन मिलने पर पहले दिन ही हत्या का खुलासा हो जाता। एएसपी कंपनी के नोडल अधिकारी को नोटिस जारी कर रहे हैं। एएसपी के मुताबिक घटना में सिर्फ एक ही आरोपित है। अन्य के शामिल होने की बात गलत है।


