कोलारस उपचुनाव को लेकर जुबानी जंग तेज
कोलारस। कोलारस उप चुनाव को लेकर राजनैतिक पार्टियों में जंग तेज हो गई है। पार्टी प्रत्याशी और चुनाव की तिथि तय होना बाकी है लेकिन दोनों ओर से एक दूसरे पर तीर छोड़ने का सिलसिला तेज हो गया है। शुक्रवार को शिवपुरी में प्रेसवार्ता आयोजित कर भोपाल के हुजुर क्षेत्र से विधायक व कोलारस विधानसभा उप चुनाव के प्रभारी रामेश्वर शर्मा ने बयान दिया था कि कोलारस विधायक रामसिंह की मौत अपमान बर्दाश्त ना कर पाने के चलते हुई। उनका इशारा सिंधिया की उस सभा की ओर था। इसमें मंच से रामसिंह को बीमार होने के कारण सिंधिया ने घर वापस आराम करने भेज दिया था। हालांकि रामेश्वर शर्मा सीधे नाम लेने से बचते रहे थे लेकिन इस बयान पर शनिवार को कांग्रेस ने प्रेस वार्ता आयोजित कर डाली। वार्ता में विधायक रामसिंह के पुत्र महेन्द्र यादव एवं पुत्री मुनिया यादव ने विधायक रामेश्वर शर्मा पर तीखा हमला बोला और कहा कि हमारे पिता स्व. रामसिंह यादव का निधन का आरोप सांसद सिंधिया पर मडना सरासर नाइंसाफी है। सिंधिया ने दादा को मंच से नहीं उतारा था दोनों ने कहा कि इससे बड़ा झूठ इस दुनिया में नहीं हो सकता, इस तरह का झूठा आरोप लगाकर भाजपा नेता शर्मा हमारे सांसद सिंधिया की छवि को धूमिल करने का प्रयास कर रहे हैं। इससे हमारे पूरे परिवार की प्रतिष्ठा को गहरा आघात पहुंचा है। राजनीतिक लाभ लेने के लिए उनके विषय में इस तरह के झूठे वक्तव्यों का सहारा लिया जा रहा है अपने आपको हिन्दुत्व के प्रतीक एवं ठेकेदार मानने वाले भाजपा के लोगों को यदि जरा भी धर्म एवं संस्कृति में विश्वास है तो अपने इस घिनौने कृत्य के लिए उन्हें तत्काल माफी मांगनी चाहिए। यदि वह ऐसा नहीं करेंगे तो उनके खिलाफ कानूनी कार्रवाई की जाएगी।
सांसद सिंधिया ने घर जाने की दी थी सलाह, स्वास्थ्य था खराब
पे्रस वार्ता में रामसिंह के बेटे महेन्द्र यादव व बेटी मुनिया यादव ने बताया कि जब उनके पिता जीवित थे तब कोलारस में आयोजित ब्राह्मण समाज के सम्मान समारोह में उनके पिता का स्वास्थ्य खराब था जिसके चलते सांसद सिंधिया ने उनसे अनुरोध किया था कि वह घर जाएं और आराम करें। उन्होंने कहा कि ब्राह्मण समाज द्वारा सम्मान समारोह का आयोजन रखा गया था। इसमें दादा को बुलाया गया था और वह मंच पर भी गए थे लेकिन सिंधिया ने उनके खराब स्वास्थ्य के चलते उन्हें घर भेज दिया था। रामसिंह की बेटी मुनिया यादव ने बताया कि वह उस समय मंच पर मौजूद थीं और यह वाकया उनके सामने ही हुआ है।
वीडियो फुटैज भी है मौजूद
विधायक के परिजनों ने प्रेस वार्ता में मीडिया को बताया उनके पास वह वीडियो फुटैज भी मौजूद हैं। इसमें सांसद सिंधिया रामसिंह से घर जाने की बात कह रहे हैं लेकिन तत्समय उस वीडियो को तोड़ मरोड़कर पेश किया गया था लेकिन बाद में जब यह वीडियो फुटैज सामने आया तो यह बात साफ हुई कि स्वास्थ्य खराब होने के चलते सांसद सिंधिया ने विधायक रामसिंह को घर आराम करने की सलाह देकर भेजा था। इतना ही नहीं जब मीडिया में यह छपा तो उसके बाद विधायक ने सफाई भी दी थी कि उनका स्वास्थ्य खराब होने के चलते उन्हें घर आराम करने की सलाह पर भेजा था।
अस्पताल में नहीं थे विशेषज्ञ डॉक्टर इसलिए ले गए ग्वालियर
रामसिंह के परिजनों का कहना है कि शिवपुरी अस्पताल में विशेषज्ञ डॉक्टर तो प्रदेश सरकार दे नहीं सकी और विशेषज्ञ डॉक्टरों की कमी के चलते ही वह विधायक रामसिंह को जिला अस्पताल लेकर नहीं गए बल्कि सीधे ग्वालियर ले गए जहां उनका उपचार कराया। रामसिंह के परिजनों ने जिले की बदहाल स्वास्थ्य सेवाओं को लेकर भी प्रदेश सरकार पर निशाना साधा और कहा कि यदि जिला अस्पताल की स्वास्थ्य सेवाएं बेहतर होती तो वे अपने पिता को न खोते।
मेडीकल कॉलेज और जल आवर्धन योजना पर भी खोला मोर्चा
रामसिंह के परिजन सहित कांग्रेस नेताओं ने प्रदेश सरकार पर मोर्चा खोलते हुए कहा कि रामेश्वर शर्मा का कहना था कि मेडिकल कॉलेज और जल आवर्धन योजना भाजपा की देन हैं तो यह गलत है। मेडिकल कॉलेज केंद्र की यूपीए सरकार के तत्कालीन स्वास्थ्य मंत्री गुलामनवी आजाद ने सांसद सिंधिया के अनुरोध पर मेडिकल कॉलेज दिया था इतना ही नहीं अस्पताल के विस्तार के लिए करोड़ों रुपए सांसद सिंधिया लेकर आए। जबकि जल आवर्धन योजना भी सांसद सिंधिया की देन है और प्रदेश सरकार के अडंगों के चलते ही इस योजना में लेटलतीफी हुई है, जिससे शहर के लोगों को पानी के लिए आज जद्दोजेहद करनी पड़ रही है।
मुख्यमंत्री घोषणावीर, कांग्रेस का ही रहेगा कब्जा बरकरार
प्रेसवार्ता में कांग्रेस नेताओं ने मुख्यमंत्री पर निशाना साधते हुए कहा कि मुख्यमंत्री सिर्फ घोषणावीर हैं और वे पहले भी आए थे जब उन्होंने बदरवास में कई घोषणाएं की थीं लेकिन वह आज तक पूरे नहीं हुई हैं। कांग्रेसियों ने दावा किया कि उनके नेता सांसद सिंधिया हैं और वे जिसे भी टिकट देंगे उसकी जीत सुनिश्चित है। हालांकि कांग्रेस की ओर से रामसिंह के बेटे महेन्द्र यादव व बेटी मुनिया यादव दोनों की टिकट की दौड़ में हैं। हालांकि कुछ अन्य नेताओं ने सहमति जता दी है कि यदि उन्हें टिकट मिलता है तो वह चुनाव लड़ेंगे।