माउंट माउनगानुई (न्यूजीलैंड)। अंडर-19 वर्ल्ड कप जीतने के लिए भारत को ऑस्ट्रेलिया ने 217 रनों का लक्ष्य दिया है। इससे पहले टॉस जीतकर ऑस्ट्रेलिया ने बल्लेबाजी का फैसला किया था, एक वक्त ऐसा लग रहा था कि ऑस्ट्रेलिया 250 रनों का आंकड़ा आसानी से पार कर लेगी। मगर 150 रनों के पार पहुंचने के बाद ही टीम लड़खड़ाने लगी और पूरी टीम 48वें ओवर में महज 216 रनों पर ढेर हो गई।
ऑस्ट्रेलिया की तरफ से मर्लो ने सबसे ज्यादा 76 रन बनाए। इसके अलावा कप्तान सांगा ने 13 और उप्पल ने 34 रनों की पारी खेली। वहीं भारत की तरफ से तेज गेंदबाज नागरकोटी के अलावा शिवा सिंह, ईशान पोरेल ने दो-दो विकेट झटके।
इससे पहले अच्छी शुरुआत के बाद 32 रन के स्कोर पर ऑस्ट्रेलिया को पहला झटका लगा। ब्रयांट 14 रन के निजी स्कोर पर पोरेल की गेंद पर अभिषेक शर्मा के हाथों कैच आउट हुए। इसके बाद दूसरे सलामी बल्लेबाज एडवर्ड भी 28 रन के निजी स्कोर पर पोरेल का शिकार हुए। तीसरा विकेट कप्तान जेसन सांघा (13 रन) का गिरा, जिन्हें नागरकोटी की गेंद पर देसाई ने कैच आउट किया। इसके बाद जे. मर्लो और पी. उपल ने पारी साधने की कोशिश की, लेकिन उपल 34 रन के स्कोर पर रॉय की गेंद पर उन्हीं को कैच दे बैठे।
पांचवां विकेट मैकस्वेनी का गिरा, जिन्हें 23 रन के निजी स्कोर पर शिवा सिंह ने अपनी ही गेंद पर कैच आउट किया।
वैसे इस मुकाबले में जीते कोई भी, इतिहास रचा जाना तो तय है। भारत अपने समूह ‘बी’ के पहले मैच में ऑस्ट्रेलिया को 100 रनों से हरा चुका है और इसके बाद सभी मैचों में उसका प्रदर्शन धमाकेदार रहा है। यह इस टूर्नामेंट का 12वां संस्करण खेला जा रहा है और अभी तक भारत और ऑस्ट्रेलिया दोनों सर्वाधिक 3-3 बार इस खिताब को हासिल कर चुके हैं। दोनों में से कोई भी विजेता बना तो यह उसका चौथा खिताब होगा और वह इस टूर्नामेंट के इतिहास में ऐसा करने वाला पहला देश बन जाएगा।
ऑस्ट्रेलिया बना था पहला विजेता : टूर्नामेंट की शुरुआत 1988 में ऑस्ट्रेलिया में हुई थी और मेजबान ऑस्ट्रेलिया ने पाकिस्तान को 5 विकेट से हराकर पहला चैंपियन बनने का श्रेय हासिल किया था। ऑस्ट्रेलिया इसके बाद 2002 और 2010 में इस खिताब को हासिल कर चुका है। 2010 में कंगारू टीम ने मिचेल मार्श के नेतृत्व में यह खिताब हासिल किया था उसके बाद से टीम इस खिताब से दूर चल रही है।
भारत के तीन खिताब : भारत ने सबसे पहले वर्ष 2000 में मोहम्मद कैफ के नेतृत्व में श्रीलंका को उसी के घर में हराकर यह खिताब हासिल किया था। इसके बाद 2008 में विराट कोहली के नेतृत्व में युवा टीम इंडिया ने अपना दूसरा विश्व खिताब जीता था। इसके बाद भारत ने उन्मुक्त चंद के नेतृत्व में तीसरी बार अंडर-19 विश्व कप हासिल कर ऑस्ट्रेलिया के रिकॉर्ड की बराबरी की थी। भारत ने इसके लिए फाइनल में मेजबान ऑस्ट्रेलिया को ही हराया था।