करैरा में रात के अंधेरे में होता है रेत का अवैध परिवहन
करैरा। करैरा अनुविभाग के तहत तहत आने वाले ग्राम आमोलपठा में रेत कारोबारियों द्वारा अवैध रूप से रेत का खनन कर उसे परिवहन किया जा रहा है। ऐसा नहीं है कि पुलिस द्वारा इन रेत खनन कारोबारियों पर कोई कार्रवाई नहीं की जा रही। आए दिन रेत के डंपरों को पुलिस द्वारा पकड़ा जा रहा है लेकिन इसके बावजूद भी रेत का अवैध परिवहन थमने का नाम नहीं ले रहा है।
रात में करते हैं रेत का परिवहन
रेत खनन कारोबारी आसपास के ग्रामीणों को मजदूरी करवाने के लिए मजदूरों को लेवर चार्ज ज्यादा का लालच देकर ले जाते हैं और फिर उनके द्वारा रेत का खनन करवाकर उसका डंप किया जाता है। इसके बाद रात में डंपरों में भरकर उसका परिवहन कर दिया जाता है।
धड़ल्ले से हो रहा खनन, प्रशासनिक अमला पड़ा सुस्त
रेत खनन केवल आमोलपठा क्षेत्र में ही नहीं हो रहा है, बल्कि जिले के कई इलाकों से रेत का अवैध तरीके से खनन कर उसे परिवहन किया जा रहा है। मामले में गौर करने वाली बात यह है कि पुलिस द्वारा तो आए दिन रेत के डंपर पकड़े जा रहे हैं, लेकिन वन व राजस्व विभाग के अधिकारियों की कार्रवाई सुस्त पड़ी हुई है।
लाखों की रेत का हो रहा परिवहन
अकेले आमोलपठा क्षेत्र से ही महीनेभर में लाखों रुपए की रेत का खनन कर उसे परिवहन किया जा रहा है, जिसका मुख्य कारण यह है कि रेत का अवैध कारोबार करने वाले लोगों पर प्रशासन द्वारा सख्त कार्रवाई न होना है। इस कारण बिना भय के रेत का उत्खनन किया जा रहा है।
क्या कहती है पुलिस
करैरा एसडीओपी बद्री प्रसाद तिवारी के निर्देशन में अवैध रेत का परिवहन करने वालों पर लगातार कार्रवाई की जा रही है और आए दिन रेत से भरे डंपरों को पकड़ा जा रहा है। बीते रोज भी नीमई रोड से रेत से भरे डंपर को पकड़ा है। आगे भी कार्रवाई जारी रहेगी।
संजीव परते, चौकी प्रभारी आमोलपठा।