शर्मनाक: चेंजिंग रूम में कपड़े बदलने के दौरान छात्राओं का अश्लील वीडियो बना लिया

हरदा। सरकार छात्राओं को आत्मरक्षार्थ स्कूल-कॉलेजों में कराते का प्रशिक्षण दे रही है। लेकिन हरदा के एक सरकारी कॉलेज में कराते का प्रशिक्षण देने के बहाने अंतरराष्ट्रीय स्तर के कराते कोच ने चेंजिंग रूम में कपड़े बदलने के दौरान छात्राओं का अश्लील वीडियो बना लिया, फिर एक छात्रा को ब्लैकमेल करते हुए दुष्कर्म किया।

जब छात्रा ने कोच बदला तो उसने भी अपने साथी कोच द्वारा बनाया गया अश्लील वीडियो दिखाकर दुराचार किया। पुलिस ने दोनों कराते कोच के खिलाफ केस दर्ज कर एक को गिरफ्तार कर लिया, जबकि दूसरा फरार है। वहीं दूसरी छात्रा ने भी अंतरराष्ट्रीय कोच के खिलाफ छेड़छाड़ का केस दर्ज कराया है।

कोतवाली थाना प्रभारी पंकज त्यागी ने बताया कि शनिवार की शाम को दो छात्राओं ने शहर के सरकारी कॉलेज के अंतराष्ट्रीय कराते कोच नीलेश सेन और युसूफ मंसूरी पर प्रशिक्षण के दौरान छेड़छाड़ करने, अश्लील वीडियो बनाकर दुष्कर्म करने की अलग-अलग शिकायत की है।

उन्होंने बताया कि एक पीड़िता ने रिपोर्ट दर्ज कराई है कि कराते कोच नीलेश सेन उसके साथ कराते सिखाने के बहाने गलत हरकत करता था। नीलेश ने धोखे से चेंजिंग रूम में उसका वीडियो भी बना लिया था। इस कारण उसने कॉलेज में कराते सीखना छोड़ दिया था।

उसके बाद युसूफ मंसूरी से कराते की ट्रेनिंग लेना शुरू कर दी थी। लेकिन उसने नीलेश से वह अश्लील वीडियो हासिल कर लिया और ब्लैकमेल करते हुए उसके साथ दुष्कर्म किया। वहीं एक और मामले में हंडिया थाना क्षेत्र की एक पीड़िता की रिपोर्ट पर पुलिस ने कराते कोच नीलेश सेन पर छेड़छाड़ और एससी-एसटी एक्ट के तहत प्रकरण दर्ज किया है। पुलिस ने दुष्कर्म के आरोप में कोच युसूफ मंसूरी को गिरफ्तार कर लिया है, जबकि अश्लील वीडियो बनाने और छेड़छाड़ का आरोपी नीलेश सेन फरार है।

नीलेश हुआ था सम्मानित

कराते में ब्लैक बेल्ट विजेता नीलेश सेन अंतरराष्ट्रीय कराते कोच है। उसने विभिन्न् स्पर्धा में भाग लेकर कई मेडल जीते हैं। हरदा में हुए एक कार्यक्रम के दौरान मुख्यमंत्री के हाथों 2014 में सम्मानित भी हुआ था।

छात्राओं ने कॉलेज प्राचार्य से की थी शिकायत

पीड़ित छात्राओं ने पुलिस को दिए लिखित बयान में बताया कि कुछ दिन पहले उन्होंने सरकारी कॉलेज के प्राचार्य विजय अग्रवाल को शिकायत करते हुए कोच नीलेश सेन को हटाने के लिए ज्ञापन दिया था। लेकिन उन्होंने मामले को गंभीरता से नहीं लिया।

इधर कॉलेज प्राचार्य से शिकायत करने की जानकारी मिलने पर नीलेश ने पीड़ित छात्रा को परेशान करना शुरू कर दिया। वहीं प्राचार्य विजय अग्रवाल ने बताया कि छात्राओं ने महिला कराते कोच रखने के लिए आवेदन दिया था। चूंकि जनभागीदारी समिति ही इसका निर्णय लेती है। इसके लिए जनभागीदारी अध्यक्ष को अवगत करा दिया गया था।