गाजियाबाद: नोएडा के बहुचर्चित निठारी कांड से जुड़े 9वें मामले में भी सीबीआई की विशेष अदालत ने सुरेंद्र कोली को मौत की सजा सुनाई है। काेर्ट ने सुरेंद्र कोली के मालिक मनिंदर सिंह पंधेर काे भी फांसी की सजा दी है। बता दें कि भारत के इतिहास में अपने आप में यह पहला एेसा मामला है जिसमे किसी मुजरिम को अलग-अलग मामलों में नाै बार फांसी की सजा सुनाई गई हो।
इससे पहले काेर्ट ने वीरवार काे सुरेन्द्र कोली आैर मोनिंदर पंधेर को दोषी करार दिया था।आज अदालत ने इस मामले में दोषियों को सजा सुनाई। वीरवार को कड़ी सुरक्षा के बीच में दोनों को अदालत में पेश किया गया। इस मामले में आरोपी नौकर सुरेन्द्र कोली अकेला ऐसा शख्स है जिसे सबसे ज्यादा बार फांसी की सजा सुनाई जा चुकी है।
सीबीआई के विशेष न्यायधीश ने नौकर सुरेन्द्र कोली और कोठी के मालिक मोनिंदर पंधेर को नौवें मामले में दोषी माना। नोएडा के बहुर्चिचत निठारी कांड में सीबीआई की तरफ से 16 मामले दर्ज किए गए थे। इससे पहले 8 मामलों में कोली को मौत की सजा सुनाई जा चुकी है।
9वां मामला घर में काम करने वाली मेड अंजलि का है। जिसकी बलात्कार के बाद हत्या कर दी गई थी। उसके खून से सने कपड़े कोठरी से बरामद किए गए थे। अदालत ने मोनिंदर सिंह पंधेर और कोली को 376, 302, 201 आदि धाराओं के तहत दोषी माना।
सुरेंद्र कोली ने तोड़ी चुप्पी
कोली ने एक 11 साल की नाबालिग लड़की का अपहरण करने के बाद उसकी हत्या कर उसके साथ दुष्कर्म किया था। अभी इस कांड से संबंधित आैर भी मामले लंबित हैं जिनमें फैसला आना है। अब काेली काे 9 मामलों में फांसी की सजा हाे चुकी है।