ग्वालियर में बड़ा हादसा, सिलेंडर में आग से विस्फोट, तीन लाेगों की मौत
ग्वालियर। रसोई गैस सिलेंडर बदलने के बाद पाइप में लगी आग से बंद कमरे में बने वैक्यूम के कारण हुए ब्लास्ट में एक ही परिवार के तीन लोगों की मौत हो गई।
हादसा सोमवार रात साढ़े आठ बजे विनय नगर कुशवाह मोहल्ला में हुआ। ब्लास्ट से पूरा मकान भी तहस-नहस हो गया। पुलिस व फायर ब्रिगेड की टीम मौके पर पहुंची और आग पर काबू पाया। हादसे के समय घर के अन्य सात सदस्य दष्टोन कार्यक्रम में शामिल होने गए थे।
मौके पर पुलिस और प्रशासन के अफसर भी पहुंचे। एएसपी सत्येंद्र सिंह तोमर ने बताया कि हादसे में एक ही परिवार के तीन लोगों की मौत हुई है। मामले में सभी पहलुओं की जांच की जा रही है।
जानकारी मुताबिक बहोड़ापुर जेल रोड विनय नगर स्थित कुशवाह मोहल्ला निवासी भारत कुशवाह (40) मजदूरी करते हैं। परिवार में पत्नी बसंती (37), बेटा अर्जुन (10), दीपक, करन व बेटी दीपा सहित माता-पिता रहते हैं। मकान में भारत के पिता के 3 अन्य भाई व उनके परिवार भी रहने के कारण सभी के पास एक-एक कमरा है।
जिस कमरे में वह रहता है उसी में खाना भी बनता है। सोमवार रात दीपक और करन काम पर गए थे। रात 8.30 बजे के लगभग बसंती खाना बना रही थी। पास ही उसका बेटा अर्जुन टीवी देख रहा था। भारत घर के बाहर बैठा था। खाना बनाते समय सिलेंडर खत्म होने पर बसंती ने उसे बदला तभी गैस पाइप में आग लग गई।
आग को बुझाने का प्रयास करते हुए वह उसकी चपेट में आ गई। यह देख बेटे ने शोर मचाया और आग बुझाने का प्रयास किया। वह भी आग की चपेट में आ गया। शोर सुनकर भारत दरवाजे तक पहुंचा ही था। इसी समय हुए ब्लास्ट में दरवाजा उखड़ा और उसके साथ भारत करीब 10 फीट दूर जाकर चबूतरे पर आकर गिरा।
आवाज सुनकर आसपास के लोग एकत्रित हुए और पुलिस व दमकल दस्ते को सूचना दी। तत्काल दमकल दस्ता दो फायर ब्रिगेड के साथ पहुंचा और आग पर काबू पाया। हादसे में दरवाजे के साथ गिरे भारत व उसकी पत्नी बसंती व बेटा अर्जुन की मौके पर ही मौत हो गई है।
गैस का रिसाव बना हादसे का कारण
दमकल दस्ते का कहना है कि सिलेंडर नहीं फटा है। बल्कि सिलेंडर के पाइप में आग लगने के बाद गैस का रिसाव हुआ। आग और गैस से बंद छोटे से कमरे में वैक्यूम बना और उसी से ब्लास्ट हुआ। दमकदल दस्ते की प्रारंभिक पड़ताल हादसा कुछ ऐसा ही होना बता रही है।
कार्यक्रम में गए थे परिवार के अन्य सदस्य
मकान में भारत के परिवार के अलावा उसके पिता भोलाराम के तीन अन्य भाई बद्री प्रसाद, मोहन सिंह व ग्याजीत परिवार भी रहता था। गयाजीत का परिवार कुछ समय पहले घर के पीछे रहने चला गया है। जबकि हादसे के समय बद्रीप्रसाद व मोहन का परिवार एक रिश्तेदार के यहां दष्टोन कार्यक्रम में शामिल होने गए थे। बद्रीप्रसाद के बेटे विशाल की शादी 10 फरवरी को ही हुई है।


