मंत्रिमंडल में जगह नहीं मिलने से मुरैना, शिवपुरी में विरोध के स्वर मुखर

ग्वालियर। नई सरकार के मंत्रिमंडल में स्थान नहीं मिलने का मामला दूसरे दिन भी गरमाया रहा। मंगलवार को हाइवे जाम समेत अन्य प्रदर्शन को देखते हुए ग्वालियर जिले में अलर्ट रहा। मुरैना से प्रदर्शनकारी ग्वालियर में प्रवेश न करें इसके लिए मुरैना, भिंड से लगी सीमाओं पर सुरक्षा बढ़ा दी गई।
एक सैकड़ा से अधिक जवान व अफसरों को मुरैना के बानामोर व ग्वालियर के पुरानी छावनी बॉर्डर पर तैनात किया गया। वहीं डीडी नगर महाराजपुरा, भिंड रोड पर भी पुलिस बुधवार सुबह से बैरीकेट्स लगाकर जांच की गई।
प्रदर्शनकारी सांसद ज्योतिरादित्य सिंधिया निवास पर नहीं पहुंचे इसके लिए महल के आसपास भी सुरक्षा का खासा इंतजाम किया था। करीब एक सैकड़ा जवान शहर में हर स्थिति से निपटने तैयार रखे गए थे। दोपहर तक स्थिति सामान्य रहने के बाद फोर्स को हटा लिया गया था।
मुरैना: सुमावली विधायक एदल सिंह कंषाना के समर्थकों का आक्रोश बुधवार को शांत रहा। कांग्रेस नेता व गुर्जर विकास संगठन के प्रदेशाध्यक्ष वीरेन्द्र हर्षाना ने कहा कि कार्यकर्ताओं का प्रतिनिधिमंडल मुख्यमंत्री कमलनाथ से मुलाकात कर कंषाना को मंत्री बनाने की मांग करेंगे। उन्होंने कहा कि इस बात का समाधान सड़कों पर नहीं हो सकता इसलिए संगठन के अंदर आवाज उठाई जाएगी।
शिवपुरी: पिछोर विधायक केपी सिंह के समर्थकों ने सोशल मीडिया पर आक्रोश जाहिर किया। समर्थकों ने सांसद ज्योतिरादित्य सिंधिया और पूर्व मुख्यमंत्री दिग्विजय सिंह पर निशाना साधा। इसके अलावा एनएसयूआई के महासचिव शिवा सूर्य, आईटी सेल के अध्यक्ष विनोद पांडे, यूथ कांग्रेस सचिव खनियांधाना बंटी राजा चौहान, ब्लॉक कांग्रेस कमेटी आईटी सेल, ब्लॉक महासचिव एनएसयूआई, ब्लॉक अध्यक्ष सिंधिया फैंस क्लब के बलराम पाल आदि ने विरोध करते हुए अपने इस्तीफे फेसबुक पर पोस्ट किए।



