केंद्रीय मंत्री ने कहा-देरी से अलर्ट मिलने का केरल सरकार का दावा झूठा

तिरुवनंतपुरम/कन्याकुमारी.    केरल, तमिलनाडु और लक्षद्वीप में आए तूफान ओखी का अलर्ट जारी करने में देरी पर केंद्रीय मंत्री अल्फोंस कन्नाथनम और केरल सरकार ने एक-दूसरे पर आरोप लगाए। केरल सरकार ने कहा कि वेदर डिपार्टमेंट ने 30 नवंबर को अलर्ट जारी किया, जब तूफान आ चुका था। इसके जवाब में अपने पूर्व के बयान से पलटते हुए अल्फोंस ने कहा कि 28 नवंबर को ही अलर्ट किया गया था। तूफान से रविवार तक मरने वालों संख्या 26 हो गई है। लापता लोगों को खोजने के लिए ऑपरेशन चलाया जा रहा है।

 केरल के 92 लोग अब भी लापता

– रक्षा मंत्री निर्मला सीतारमण ने रविवार को चक्रवाती तूफान ओखी में फंसे मछुआरों के रेस्क्यू ऑपरेशन का जायजा लिया। तमिलनाडु के डिप्टी सीएम ओ पन्नीरसेल्वम, नेवी और स्टेट गवर्नमेंट के ऑफिशियल्स से हालात के बारे में जानकारी ली। इससे पहले केरल में सीएम पिनाराई विजयन ने एक हाईलेवल मीटिंग की।

– तूफान  के चलते अब तक 26 लोगों की मौत हो चुकी है, कई लोग जख्मी हैं। करोड़ों रुपए की प्रॉपर्टी और फसलों को नुकसान हुआ है। सबसे ज्यादा नुकसान लक्षद्वीप में हुआ है। केरल में अभी भी 92 लोग लापता हैं।

ओखी- आज पहुंच सकता है सूरत, भारी बारिश की आशंका

– वेदर डिपार्टमेंट के मुताबिक, आखी सोमवार को साउथ गुजरात के सौराष्ट्र पहुंच सकता है। खतरे की आशंका को देखते हुए कई राज्यों को चेतावनी जारी कर दी गई है।
– तूफान सौराष्ट्र, कच्छ, दमन-दीव होते हुए साउथ गुजरात के कोस्टल एरिया में हल्की बारिश के साथ एंट्री करेगा। 5 दिसंबर से तेज हवाओं के साथ बारिश होगी, जिसका सीधा असर समुद्र के तट पर बसे इलाकों में होगा। हवाओं की रफ्तार करीब 55 Kmph तक हो सकती है।
– उधर, साउथ अंडमान में एक और कम दबाव का क्षेत्र बनने से दूसरे तूफान से अगले 2-3 दिन में तमिलनाडु, आंध्र प्रदेश और पुड्‌डुचेरी में भारी बारिश होने की आशंका है।

कितने लोगों को रेस्क्यू किया गया?

– तमिलनाडु रेवन्यू कंट्रोल रूम ने बताया कि रविवार रात तक 690 लोगों को रेस्क्यू किया गया है, 96 लापता हैं और 63 लोग हॉस्पिटल में भर्ती हैं।

– दूसरी ओर, कोस्ट गार्ड्स ने लक्षद्वीप के 813, केरल के 531 और तमिलनाडु के 100 मछुआरों को बचाया है।

आर्मी, कोस्ट गार्ड्स के जवान रेस्क्यू में जुटे

– एयरफोर्स, नेवी और कोस्ट गार्ड्स के जवान रेस्क्यू में जुटे हैं। 3 दिनों से समंदर में फंसे 28 और मछुआरों को रविवार को निकाला। सेना अब तक 400 से ज्यादा लोगों को बचा चुकी है। केरल के मछुआरों ने भी 55 बोट्स से लापता लोगों की समुद्र में खोजबीन की।

ओखी: बांग्लादेश ने दिया तूफान को नाम

– इस साइक्लोन का ओखी नाम बांग्लादेश की तरफ से दिया गया है। जिसका मतलब है नजर रखने वाला या निगाह रखने वाला।

– इससे पहले साइक्लोन बंगाल की खाड़ी में पनपा था, जिसे श्रीलंका ने मौरा नाम दिया था। अब अगला जो भी साइक्लोन आएगा, उसका नाम सागर होगा, जो भारत की ओर से दिया गया है।