क्यों टूटा कश्मीर में बीजेपी-पीडीपी गठबंधन, जानिए आगे क्या होगा
श्रीनगर। जम्मू कश्मीर में भाजपा और पीडीपी की गठबंधन वाली सरकार गिर चुकी है। मंगलवार को दिल्ली में भाजपा अध्यक्ष अमित शाह द्वारा बुलाई गई महत्वपूर्ण बैठक के बाद यह फैसला लिया गया है।
भाजपा नेता राम माधव ने अन्य नेताओं के साथ एक प्रेस कॉन्फ्रेंस करते हुए इसकी पुष्टि कर दी है। भाजपा ने राज्यपाल को भी समर्थन वापसी की चिट्ठी सौंप दी है। इसके बाद महबूबा मुफ्ती ने भी अपने पद से इस्तीफा दे दिया हैं। आइये जानते हैं कि यह गठबंधन टूटने के क्या कारण रहे।
- इस गठबंधन के टूटने पर भाजपा के महासचिव राम माधव ने कहा कि हम खंडित जनादेश में एक साथ आए थे लेकिन अब वर्तमान सरकार को चलाना आसान नहीं रह गया है।
- महबूबा मुफ्ती इन हालातों को नियंत्रित नहीं कर पा रहीं थीं। सरकार बनाने को लेकर एक एजेंडा तय था। केंद्र सरकार ने कश्मीर सरकार की सहायता भी की थी।
- राजनाथ सिंह ने भी स्वयं अपने स्तर पर कई दौरे किए। बावजूद सीमा पार आतंकवाद गतिविधियां चलती रहीं। पिछले दिनों एक अखबार के संपादक की भी हत्या हो गई।
- पूरे राज्य में प्रेस की आजादी खतरे में है। सहयोग के बावजूद कश्मीर की सरकार असफल रही। लिहाजा, ऐसे हालात में सरकार ने निर्णय लिया है कि अब यहां राज्यपाल का ही शासन चलाया जाए।
- रमजान में सरकार ने सीजफायर घोषित कर दिया था। इसके बाद उम्मीद जताई जा रही थी कि माहौल सुधरेगा लेकिन ऐसा नहीं हुआ। कश्मीर में आतंकवाद बढ़ता गया।
- भाजपा का मानना है कि कश्मीर में कई विभाग ठीक प्रकार से काम नहीं कर पा रहे थे।
- ऐसा माना जा रहा है कि महबूबा सरकार के कामकाज से अमित शाह संतुष्ट नहीं थे। उन्होंने इसी सिलसिले में बीजेपी नेताओं व मंत्रियों की बैठक की थी।
- कश्मीर में महबूबा की सरकार एकपक्षीय निर्णय ले रही थी, जिसका प्रभाव प्रतिकूल पड़ रहा था। सरकार की कार्यशैली पर पार्टी हाईकमान समीक्षा कर रही थी।