राष्ट्रीय

PM मोदी ने त्रिपुरा में दिया 3 ‘T’ का नारा- टी, टूरिज्म और ट्रेनिंग

सोनामुरा। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने त्रिपुरा की माणिक सरकार पर भ्रष्टाचार और कुशासन का आरोप लगाते हुए लोगों से राज्य में सत्तारूढ़ वाम दलों को उखाड़ फेंकने का आज आह्वान किया।

मोदी ने अगरतला से करीब 70 किलोमीटर दूर दक्षिण-पश्चिम में सोनामुरा में पहली चुनावी रैली को संबोधित करते हुए त्रिपुरा और पूर्वोत्तर में अपनी सरकार की ओर से किए गए विकास कार्यों का जिक्र किया।

उन्होंने कहा कि अब तक आपने माणिक (सोने) की सरकार देखी है लेकिन अब आपको हीरे (डायमंड) की सरकार देखने की आवश्यकता है। हीरे में एच का मतलब आधुनिक राजमार्ग, आई का मतलब बेहतर इंटरनेट संपर्क, आर का मतलब अत्याधुनिक परिवहन व्यवस्था और ए का मतलब फुर्तीला वायु संपर्क है। भाजपा इन्हें त्रिपुरा में लाने का वादा करती है।

उन्होंने कहा कि त्रिपुरा में न्यूनतम मजदूरी से कम दिहाड़ी श्रमिकों को मिलती है। कर्मचारियों को अभी तक चतुर्थ वेतन आयोग की अनुशंसा के अनुरूप वेतन मिल रहा है और वाम दलों के कुशासन की वजह से लोग भय में जीवन व्यतीत कर रहे हैं। भाजपा त्रिपुरा को तीन टी- टी, टूरिज्म और ट्रेनिंग के साथ विकसित करना चाहती है।

माकपा पर साधा निशाना
मोदी ने कहा कि मार्क्सवादी कम्युनिस्ट पार्टी (माकपा) कार्यालय से जब तक निर्देश नहीं मिलता तब तक पुलिस किसी मामले को दर्ज नहीं करती। राज्य में जब तक माकपा नेता अनुशंसा न करें तब तक किसी पात्र व्यक्ति को भी राशन कार्ड जारी नहीं किया जाता। उन्होंने कहा कि इस सरकार को लोगों से वोट मांगने का हक नहीं है। त्रिपुरा में माकपा शासन के दौरान सरकार और पार्टी एक ही हो गए हैं। वाम दलों के नेताओं ने राज्य को गरीबी और पिछड़ेपन की ओर धकेल दिया है।
mandi halchal
25 साल की सत्ता में भी माकपा ने नहीं किया विकास
उन्होंने कहा कि 25 वर्षों के कम्युनिस्टों के शासन के दौरान त्रिपुरा में लोगों को जीने के अधिकार से वंचित कर दिया गया। महिलाएं सुरक्षित नहीं हैं। युवाओं को रोजगार नहीं मिल रहे हैं और कर्मचारियों को बेहतर वेतन और भत्ते नहीं दिये जा रहे हैं। वाम दलों के 1996 से शासन के बाद से कर्मचारियों को बेहतर वेतन नहीं मिल रहे हैं जबकि देश के अन्य राज्यों में कर्मचारियों को बढ़े और बेहतर वेतन मिल रहे हैं। प्रधानमंत्री ने कहा कि वाम दलों की सरकार की अक्षमता की वजह से त्रिपुरा तरक्की नहीं कर सका है।

यहां की सरकारें न तो राजस्व बढ़ाने में कामयाब हो पाई हैं और न ही केन्द्रीय सहायता का उचित उपयोग कर सकी हैं। उन्होंने कहा कि विभिन्न परियोजनाओं के लिए स्वीकृत केन्द्रीय धनराशि को खर्च कर पाने में भी माणिक सरकार असफल रही है। मोदी ने कहा कि त्रिपुरा के लिए 80 प्रतिशत धनराशि केन्द्र सरकार उपलब्ध करवा रही है फिर भी राज्य विकसित नहीं किया जा सका है।

Show More

Related Articles

Back to top button