शिलांग। सत्तारूढ़ कांग्रेस के पांच विधायकों के विधानसभा से त्यागपत्र देने से राज्य सरकार संकट में आ गई है। इसके अलावा यूनाइटेड डेमोक्रेटिक पार्टी के एक और दो निर्दलीय विधायकों ने भी शुक्रवार को अपना इस्तीफा विधानसभा के मुख्य सचिव एंड्रयू सिमंस को सौंप दिया। सिमंस ने बताया कि सभी आठ विधायकों के त्यागपत्र ई-मेल से विधानसभा अध्यक्ष अबु ताहेर मोंडल के पास भेज दिए गए हैं।
इन विधायकों के त्यागपत्र के बाद अब कांग्रेस के पास सिर्फ 24 विधायक रह गए हैं। 60 सदस्यों वाली विधानसभा में बहुमत के लिए कम-से-कम 31 विधायकों का समर्थन जरूरी है। इससे पहले कांग्रेस के एक विधायक पीएन सायम पार्टी और विधानसभा की सदस्यता से त्यागपत्र दे चुके हैं।
उल्लेखनीय है कि कांग्रेस के जिन पांच विधायकों ने त्यागपत्र दिया है, उनमें से चार पहले कैबिनेट में शामिल थे। लेकिन, मुख्यमंत्री मुकुल संगमा ने अयोग्यता का आरोप लगाते हुए उन्हें सरकार से बाहर कर दिया था। इसके बाद से इन विधायकों ने मुख्यमंत्री और राज्य नेतृत्व के खिलाफ बगावत का झंडा बुलंद कर रखा था। इस्तीफा देने वाले सभी आठ विधायकों ने अगले सप्ताह एक रैली में नेशनल पीपुल्स पार्टी में शामिल होने का एलान किया है। कांग्रेस के जिन विधायकों ने शुक्रवार को त्यागपत्र दिया उनमें पूर्व उप मुख्यमंत्री रॉवेल लिंगदोह, स्नियाभलांग धर, कॉमिंगोन यंबोन, प्रेस्टन तिनसांग और गुएतलांग धर शामिल हैं। मेघालय विधानसभा का कार्यकाल छह मार्च तक है और यहां नगालैंड और त्रिपुरा के साथ चुनाव होने की उम्मीद है।