सर्जिकल स्ट्राइक 1 V/S सर्जिकल स्ट्राइक 2, सेना ने पाक को किया पस्त
नेशनल डेस्क। इंटेलीजेंस सूत्रों के हवाले से एएनआई ने खबर दी है कि भारतीय सेना के जवानों ने नियंत्रण रेखा को पार कर पाकिस्तानी सेना के तीन जवानों को मौत के घाट उतार दिया। भारतीय सेना की इस जवाबी कार्रवाई में पाकिस्तान का एक जवान घायल भी हुआ है। इससे पहले भारतीय जवानों ने जम्मू-कश्मीर के झांगर सेक्टर में नियंत्रण रेखा के पास एक पाकिस्तानी स्नाइपर को ढेर किया था। जानें पहली और दूसरी सर्जिकल स्ट्राइक की खास बातें…
– 23 दिसंबर को जम्मू एंड कश्मीर के राजौरी जिले में पाकिस्तानी आर्मी ने सीजफायर का उल्लंघन करते हुए चार भारतीय सैनिकों की हत्या कर दी थी, जिनमें एक मेजर भी शामिल थे। दो ही दिन के अंदर इसका बदला लेते हुए सेना ने पाकिस्तान के तीन जवानों को मार गिराया।
सेना ने 2016 में पाकिस्तान की सीमा में घुसकर पहली सर्जिकल स्ट्राइक करते हुए उसे मुंहतोड़ जवाब दिया था। 28 और 29 सितंबर 2016 की रात को नियंत्रण रेखा के पार जाकर भारतीय जवानों ने सात आतंकी शिविरों पर सर्जिकल स्ट्राइक की थी।
– पहली सर्जिकल स्ट्राइक जम्मू-कश्मीर के उरी सेक्टर में स्थित सैन्य शिविर पर आतंकी हमले के दो सप्ताह बाद की गई थी। उस आतंकी हमले में 19 जवान शहीद हुए थे।
दूसरी सर्जिकल स्ट्राइक महज 48 घंटों के भीतर सेना ने तत्काल अंजाम दी है। पाकिस्तानी गोलीबारी में मेजर सहित चार जवानों की मौत का बदला, पाकिस्तान से तुरंत ले लिया गया है।
– पहली सर्जिकल स्ट्राइक में पाकिस्तान के समर्थन में चलने वाले आतंकी कैंप और आतंकियों को निशाना बनाया गया था। उसमें 38 आतंकवादियों और पाक सेना के दो जवान भी मारे गए थे।
दूसरी सर्जिकल स्ट्राइक में पाकिस्तान सेना के जवानों को ही निशाना बनाते हुए हमला किया गया। सेना ने एलओसी पार जाकर आईडी प्लांट किए, इस दौरान तीन पाकिस्तानी सैनिकों के साथ क्रॉस फायरिंग भी हुई।
– पहली सर्जिकल स्ट्राइक में पाकिस्तानी सेना के जवान भी मारे गए थे, लेकिन वह इसे स्वीकार करने से आखिरी तक बचता रहा। पाकिस्तान कहता रहा कि सर्जिकल स्ट्राइक हुई ही नहीं थी।
इस बार पाक सेना ने बेबसाइट आईएसपीआर में लिखा है कि उसके तीन सैनिकों की मौत भारतीय सेना के युद्धविराम उल्लंघन की वजह से हुई है। यानी उसने स्पष्टर तौर पर स्वीकारा है कि उसके सैनिक मारे गए हैं।