बलात्कार के मामले में झूठा फसाए जाने की खात्मा रिपोर्ट पुलिस ने की पेश न्यायालय ने आरोपी को किया बाइज्जत बरी।
बलात्कार के मामले में झूठा फसाए जाने की खात्मा रिपोर्ट पुलिस ने की पेश न्यायालय ने आरोपी को किया बाइज्जत बरी।
ग्वालियर की रहने वाली एक महिला द्वारा अपने साथी मित्र के साथ षड्यंत्र रच डबरा के प्रतिष्ठित व्यवसाई जितेंद्र जैन उर्फ काली को दिनांक 06. 09.2021 को बलात्कार के मामले में झूठा फसाए जाने पर डबरा पुलिस ने न्यायालय में खात्मा रिपोर्ट पैश की जिस पर न्यायालय ने झूठे कैश मे आरोपी बनाए गए जितेंद्र जैन उर्फ काली एवं चेतन जैन को बरी कर दिया है, मामले कि विवेचना डबरा सिटी थाने में पदस्थ महिला उप निरीक्षक सुमन पलिया द्वारा गई थी, जिसमें जितेंद्र जैन एवं चेतन जैन निर्दोष साबित हुए है, यह जानकारी आज मीडिया को जितेन्द्र जैन एवं चेतन जैन के वकील अनिल परषोलवाल ने दी है। वहीं पर बता दें कि ग्वालियर की रहने वाली महिला रश्मि नैनोडे ने झांसी रोड थाना में दिनांक 21.06.2021 को रिपोर्ट दर्ज कराई थी कि वह अपने माता-पिता भाई बहन के साथ ग्वालियर में रहती है उसकी दोस्ती फेसबुक के माध्यम से डबरा के रहने वाले चेतन जैन से हुई थी, उसने चेतन जैन को बताया कि उसकी नौकरी जा चुकी है और वह नौकरी के लिए परेशान है चेतन ने उसे आश्वासन दिया कि उसकि नेताओं और बड़े लोगों से पहचाने हैं वह उसकी नौकरी लगवा देगा इसी दौरान चेतन जैन से उसकी नौकरी के सिलसिले में फोन पर बातचीत होती रहती थी, चैतन ने उसे बताया कि तुम्हारी नौकरी की बात हो गई है तथा तुम्हारा इंटरव्यू है चेतन जैन उसे अपनी कर से घर के बाहर लेने आया चेतन जैन डबरा का रहने वाला है वह उसे कार से हरिशंकरपुरम मे अपने फ्लेट पर लेगया जहां उससे बातचीत की और चाय बनाकर पिलाई चाय पीने के बाद उसे कोई होस नहीं रहा था जब वह उठी तो उसने देखा कि वह निर्वस्त्र है और चेतन जैन उसके बगल में लेटा था उसने चेतन जैन से पूछा कि यह क्या है तो उसने नौकरी पाने के लिए कुछ तो खोना पड़ता है जैसे शब्द कहे राखी का यह भी कहना रहा कि चेतन ने अपने मोबाइल में उसके कुछ अश्लील फोटो भी खींच लिए थे, चेतन रश्मि को अपने हरिशंकर पुरम स्थित फ्लैट पर लेकर गया जहां पर चेतन और जितेंद्र जैन उर्फ काली दोनों ने मिलकर उसके साथ नौकरी लगवाने के नाम पर दुष्कर्म किया जिसकी रिपोर्ट युवती ने ग्वालियर के झांसी रोड थाना में की थी, पुलिस द्वारा युवती की रिपोर्ट पर मामले को विवेचना में लिया गया जिसकी विवेचना डबरा थाने में पदस्थ उपनिरीक्षक सुमन पलिया द्वारा की गई जिसमें दोनों आरोपी निर्दोष पाए गए है, वहीं अब जितेंद्र जैन उर्फ काली के वकील अनिल परषोलवाल वालों का कहना है कि जिस महिला और उसके मित्रों ने मिलकर उनके पक्षकारों को मामले में षड्यंत्र रच झूठा फसाया था अब उनके खिलाफ वह आगे की वैधानिक कार्रवाई करेंगे।
अनिल कुमार परसोलवल अधिवक्ता डबरा न्यायालय।