
नई दिल्ली, एजेंसी। Cyclone Fani भारतीय मौसम विज्ञान विभाग के मुताबिक, चक्रवाती तूफान ‘फेनी’ बुधवार तक बेहद खतरनाक रूप ले सकता है। यह 175-185 किलोमीटर प्रति घंटा की रफ्तार से तटवर्ती इलाकों से टकरा सकता है। इसके संभावित खतरे को देखते हुए भारतीय तटरक्षक बल और नौसेना ने बचाव अभियानों के लिए अपने जहाज और हेलिकॉप्टर तैनात कर दिए हैं। भारतीय नौसेना हाई अलर्ट पर है। एनडीआरएफ ने भी राहत और बचाव कार्य के लिए अपनी 41 टीमें तैनात की हैं।
ओडिशा, आंध्र प्रदेश और पश्चिम बंगाल में सेना और वायु सेना की इकाइयों को स्टैंड बाई पोजीशन पर रखा गया है।मौसम विज्ञान विभाग, भुवनेश्वर के निदेशक एचआर विश्वास ने बताया कि यह तूफान ओडिशा के तटवर्ती इलाकों से होते हुए पश्चिम बंगाल का रुख करेगा। उन्होंने लोगों से घरों में ही रहने की अपील की है। इसके साथ ही ट्रेन सेवाओं को निलंबित रखने या उनके मार्गों में बदलाव के सुझाव भी दिए हैं। विभाग की ओर से मछुआरों को समुद्र में नहीं जाने की सलाह दी गई है।

मौसम विभाग ने इस तूफान के कारण केरल, आंध्र प्रदेश, तमिलनाडु और ओडिशा के इलाकों में भारी बारिश का पूर्वानुमान जताया है। नौसेना ने तंबू, कपड़े, दवाइयां, कंबल, भोजन सामग्री, रबड की नाव, डाक्टर्स और अतिरिक्त गौताखोरों को तैयार रखा है। वहीं, केंद्रीय गृह मंत्रालय ने एहतियाती कदम उठाने और राहत कार्यों के लिए आंध्र प्रदेश, ओडिशा, तमिलनाडु और पश्चिम बंगाल के लिए 10 हजार 86 करोड़ रुपये जारी कर दिए हैं।
भारतीय नौसेना के मुताबिक, उसके विमान तमिलनाडु और आंध्र प्रदेश में विभिन्न एयर बेसों में तैनात हैं। आपात स्थिति में इनसे मुसीबत में फंसे लोगों को राहत सामग्री पहुंचाई जा सकती है। मौसम विभाग के अनुसार, 1 मई से 3 मई तक बंगाल की खाड़ी से लेकर तमिलनाडु, पुडुचेरी और दक्षिण आंध्र प्रदेश के तटों पर तेज हवाएं चलेंगी। खतरनाक रूप लेते जा रहे इस तूफान को लेकर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने गंभीर चिंता जताई है और अधिकारियों को सुरक्षात्मक उपाय करने के निर्देश जारी किए हैं।



