VIDEO:तंत्र से थक हार बेबस पिता की मीडिया से गुहार, युवा पुत्र की संदिग्ध मौत को बताया हत्या, जनिये पूरा मामला

विजयपुर (श्योपुर)। सरकारी जांच प्रक्रिया, या उच्चाधिकारियों से गुहार, राजनीतिक लोगों के दर दर भटकने के बाद भी न्याय नहीं। एक बेबस व्यक्ति का सिर्फ इतना ही कुसूर था कि वह उस पुत्र का पिता है जिसने सामाजिक बंधनों से हटकर प्रेम विवाह करने की गुस्ताखी की थी, औऱ शायद यही कारण था कि बेसमय एक युवा की संदिग्ध मौत से सिर्फ एक परिवार ही नहीं समूचा क्षेत्र स्तब्ध है, पर इस मौत को हत्या के रूप में देखने की बजाय जिम्मेदारों ने इसे स्वाभाविक मौत करार दे दिया। बेबस पिता तंत्र के चक्रव्यूह में फंस कर अपने पुत्र की मौत की मौत की असली वजह पता लगाने दर दर भटकने के लिए मजबूर है।

आज मंडी हलचल से बातचीत में यह दर्द बयां किया यहां के वार्ड क्रमांक 7 के निवासी ओमप्रकाश जाटव ने। श्री जाटव अपने पुत्र सौरव जाटव की संदिग्ध अवस्था में हुई मौत की पारदर्शी एवम निष्पक्ष न्याय प्रक्रिया तथा आरोपियों को सजा दिलवाने हेतु आवेदन निवेदन कर रहे हैं, लेकिन अभी तक उनकी किसी ने भी सुनने की जहमत नहीं उठाई। अब प्रदेश के ग्रह मंत्री बाला बच्चन के पास यह मामला पहुंचा है, आस बंधी है फिर एक पिता को कि शायद उसके नोजवान पुत्र की संदिग्ध मौत के रहस्य से पर्दा उठ जाएगा।
क्या है पूरा मामला जानिये
विगत एक माह पूर्व 24 दिसम्बर 2018 को थाना मार्ग वार्ड क्रमांक 07 में सौरव जाटव का शव उसी के घर से लगभग 200 मीटर की दूरी पर संदिग्ध हालत में पाया गया। सौरव के पिता ओमप्रकाश जाटव छत्तीसगढ़ राज्य के जिला वेमेतरा में कृषि विस्तार अधिकारी के पद पर पदस्थ है, उन्होंने मंडी हलचल को पूरा मामला बताया जिसके अनुसार उनका पुत्र सौरव अपने दादाजी के साथ विजयपुर के मकान में रहता था और वह विजयपुर कॉलेज में बी.कॉम.प्रथम वर्ष का नियमित छात्र था।

प्रेम प्रसंग के बाद आनर किलिंग का शक
जाटव के मुताबिक सौरव का प्रेम प्रसंग उसी वार्ड 07 विनोबा कालोनी के निवासी जगदीश जाटव की पुत्री प्रिया जाटव से चल रहा था। सौरव की मृत्यु के 15 दिवस पूर्व ही सुनील जाटव के सामने सौरव ने प्रिया जाटव को मंगलसूत्र पहनाकर प्रिया की मांग भरी और उसके साथ जीवन गुजारने की कसम खाई । इधर सौरव-प्रिया के प्रेम प्रसंग की जानकारी प्रिया के पिता जगदीश को लग चुकी थी। इस कहानी में एक और शख्स सुनील भी है जो सौरव का अच्छा मित्र था। जाटव के अनुसार सुनील के चाचा कल्ला का सौरव के घर आना जाना था। करीब 4 माह पूर्व सौरव के दादाजी का देहांत हो गया और सौरव अब अकेला ही अपने विजयपुर निवास पर रहने लगा उसके घर पर सुनील एवम कल्ला का आना जाना था।

ऐसे लगी पिता को पुत्र की मौत की जानकारी
सौरव की मृत्यु के पश्चात जब सौरव के पिता जब विजयपुर में आये तो सुनील ने बताया कि दिनांक 23/12/2018 को शाम सुनील सौरव एवम कल्ला ने शराब पी और उसी समय कल्ला ने सौरव से 3500 रुपए की मांग की तव कल्ला को सुनील के सामने सौरव को रुपये भी दिए। तीनो ने साथ खाना खाया । कल्ला पैसे लेकर निकल गया एवम सुनील कुछ समय सौरव के साथ बैठा रहा और सौरभ को सुलाकर कमरे का दरवाजा बंद किया एवम बाहर से गेट बंद कुंडी लगाकर अपने घर चला गया। सुबह करीब 4 या 5 बजे प्रिया के पिता जगदीश ने सौरव के पिता को बताया कि सौरव की मृत्यु हो चुकी है, एवम उसका शव रोशन जाटव के दरवाजे पर पड़ा हुआ है।
शव पर चोट के निशान
जगदीश ने ओमप्रकाश के छोटे भाई दिनेश को भी बताया कि सौरव की मृत्यु हो चुकी है। तब ओमप्रकाश के छोटे भाई दिनेश जगदीश के बताए हुए स्थान पर पहुंचे, वहा सौरव का शव नही मिला। जानकारी मिली कि पुलिश विजयपुर शव को उठाकर अस्पताल ले गयी । दिनेश जब पहुचा तो उसने सौरव के शव को देखा तो उसके मुंह से झाग निकल रहा था।
ओमप्रकाश का कहना है कि उनके भाई दिनेश ने सौरव के शरीर पर चोट के निशान भी देखे। दिनेश ने थाने जाकर रिपोर्ट भी लिखाई थी लेकिन पुलिस ने दिनेश के अनुसार रिपोर्ट नही लिखी ।
डॉक्टर पर आरोप
जब ओमप्रकाश ने टी आई विजयपुर से संम्पर्क किया तो उन्होंने सजा दिलवाने के आश्वासन दिया। साथ मे ओमप्रकाश ने विजयपुर स्वास्थ विभाग के डॉक्टर प्रदीप पर 20,000 रुपये मांगने का भी आरोप लगाया है। सौरव के पिता ने शिकायत में साफ कहा कि यह सब आरोपी एवम डॉक्टर की साठ गाठ से इस हत्या को आत्महत्या में तब्दील कर दिया गया है।
ओमप्रकाश के अनुसार उन्होंने ग्रह मंत्री बाला बच्चन मध्यप्रदेश शासन से सीआईडी की जांच कराने हेतु रामनिवास रावत पूर्व विधायक विजयपुर के लेटरहैड पर आवेदन दिया है। उन्होंने कहा है कि मुझे मीडिया पर विश्वास है कि खबर के माध्यम से इस केस में पारदर्शिता एवम निष्पक्ष जांच होगी और दोषी बेनकाब होंगे।



