MP में अब यूरिया वितरण व्यवस्था को लेकर किसान परेशान

भोपाल। प्रदेश में यूरिया संकट से उपजी स्थिति अब पटरी पर लौट रही है, लेकिन वितरण व्यवस्था को लेकर किसान अब भी परेशान हैं। गुरुवार को रायसेन और शिवपुरी के करेरा में यूरिया के लिए लाइन में लगे किसानों पर पुलिस ने हल्का बल प्रयोग किया है।
उधर, 10-10 रैक यूरिया शुक्रवार-शनिवार को प्रदेश पहुंच रहा है। इसके बाद स्थिति में तेजी से सुधार आएगा। पिछले आठ दिन में 2.75 लाख मीट्रिक टन यूरिया प्रदेश पहुंचा है। अभी और 1.35 लाख मीट्रिक टन यूरिया की जरूरत है।
रबी की बोवनी देरी से शुरू होने और प्रदेश में विधानसभा चुनाव के चलते खाद की सप्लाई को लेकर समय पर फैसला न होने के कारण इस बार यूरिया संकट खड़ा हो गया जिसका असर सरकार के गठन के तुरंत बाद देखने को मिला। प्रदेशभर में धरना-प्रदर्शन शुरू होने के बाद एक्शन में आए मुख्यमंत्री कमलनाथ ने केंद्रीय खाद मंत्री सदानंद गौड़ा और रेल मंत्री पीयूष गोयल से बात की और अगले ही दिन से प्रदेश में खाद की आपूर्ति शुरू हो गई। लगभग हर दिन 10 रैक (30 हजार मीट्रिक टन) यूरिया मप्र पहुंच रहा है, जिससे स्थिति पटरी पर लौट रही है।
रायसेन-करेरा में लाठीचार्ज
अब किसान खाद वितरण व्यवस्था को लेकर परेशान हैं। मांग ज्यादा होने के कारण खाद बांटने में दिक्कत आ रही है। व्यवस्था के लिए मार्कफेड (राज्य विपणन सहकारी संघ) के गोदाम और उचित मूल्य की दुकानों के सामने पुलिस बल तैनात करना पड़ रहा है। रायसेन में गुरुवार को मार्कफेड के गोदाम के बाहर किसानों में धक्का-मुक्की शुरू हुई, तो पुलिस को भीड़ नियंत्रित करने के लिए हल्का बल प्रयोग करना पड़ा। शिवपुरी के करेरा में भी ऐसे ही हालात बने। अन्य जिलों में भी किसान खाद वितरण व्यवस्था को लेकर परेशान हैं।
तीन दिन में यहां पहुंचेगा खाद
नीमच, मंदसौर, विदिशा, देवास, ग्वालियर, भिंड, दतिया, जबलपुर, मंडला, डिंडौरी, होशंगाबाद, रायसेन, भोपाल, सीहोर, शिवपुरी, श्योपुर, अशोक नगर आदि स्थानों पर अगले तीन दिनों में खाद पहुंच जाएगा। इनमें से कुछ जिलों में दो-दो रैक पहुंचने वाले हैं।



