शर्मनाक: बेटियों को जन्म देने पर ससुराल वालों ने बहू पर जुल्म ढाए

अशोक नगर। प्रदेश सरकार द्वारा बेटियों के हित में कई योजनाएं चलाई जा रही हैं और उनके अमल पर भी खास ध्यान दिया जा रहा है. लेकिन धरातल पर ये सारी योजनाएं विफल साबित होती दिख रही हैं. ग्वालियर के अशोकनगर जिले के एक गांव की एक महिला को बेटियों को जन्म देने पर पति और ससुरालवालों की उपेक्षा झेलनी पड़ रही है. उसे ससुरलवालों ने बच्ची सहित घर से बाहर कर दिया है. पीड़ित महिला अब अपनी एक बेटी के साथ रिश्तेदारों के यहां गुजर बसर करने को मजबूर है. ससुराल वालों की प्रताड़ना के कारण वह किडनी की गंभीर बीमारी की शिकार भी हो गई है.
27 वर्षीय मनदीप कौर की शादी सात साल पहले गुना जिला के रहनेवाले इंद्रजीत कौर के साथ हुई थी. मनदीप के हंसती खेलती ज़िन्दगी में उस समय परिवर्तन आ गया जब उसे बेटी हुई. बेटी के जन्म लेते ही सुसराल में उलाहना और ताने का जो दौर शुरू हुआ तो वह अंत तक नहीं रूका. इसका असर यह हुआ कि पहली बेटी की मृत्यु हो गई और फिर लगातार 2 बेटियां और जन्मी और काल के गाल में समा गईं. एक ओर तो बेटियों की मृत्यु का दुख और ऊपर से हमसफ़र कहे जाने वाले और मां और पिता समान सास ससुर से मिलने वाली रोज की मानसिक प्रताड़ना.
इन सबके बीच से गुजर रही मनदीप किडनी की गंभीर बीमारी से ग्रसित हो गई. चौथी बार भी जब बेटी ने जन्म लिया तो ससुरालवालों का अत्याचार और प्रताड़ना चरम पर पहुंच गया. अंत में ससुरालवालों ने बीमार लाचार मनदीप को अपने मायके जाने का आदेश दे डाला. बेटियों को न अपनाने वाले दरिंदों को न तो फूल सी नाजुक नन्हीं बेटी पर दया आई और न ही बीमार बहू पर. आखिरकार लाचार महिला को अपने मां-बाप के घर में पनाह मिली. यहां भी बदकिस्मती ने पीछा नहीं छोड़ा और परेशान मनदीप आज भी अपनी बीमारी से लड़ रही है. वह अब अपने चाचा के यहां रह रही है और किडनी की गंभीर बीमारी के कारण उसे सप्ताह में 2 बार डायलिसिस करवाना पड़ता है.
साल भर पहले से मनदीप अपने चाचा के पास रहती है और ससुराल वाले उसकी खोज खबर नहीं लेते. बमुश्किल बोल पा रही मनदीप की आंखों में आंसू सुख चुके हैं और अब वो अपनी बीमारी और बेटी के साथ जी रही है. मनदीप के चाचा ने बताया कि उनकी भतीजी की शादी के बाद उसके पिता का देहांत हो गया. इसके बाद ससुरालवालेमनदीप को अधिक परेशान करने लगे और उसे मनहुस मानने लगे. मनदीप के चाचा उसकी वर्तमान हालत का जिम्मेदार उसके ससुरालवालों को मानते हैं।




