ईमानदार अफसर पर मनगढ़ंत आरोप? जानिये क्या है संजय गोयल के खिलाफ अभियंताओं की शिकायत का असली मजमून

भोपाल| आईएएस अधिकारी और मध्य विद्युत वितरण क्षेत्र कंपनी के प्रबंध संचालक डॉक्टर संजय गोयल पर गंभीर आरोप लगे हैं ।
विद्युत मंडल अभियंता संघ ने प्रमुख सचिव ऊर्जा से डॉक्टर गोयल के खिलाफ अभियंताओं के लिए अभद्र और असंवैधानिक भाषा का प्रयोग करने का आरोप लगाया है।
प्रमुख सचिव को लिखे पत्र में अभियंताओं ने कहा है कि वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग में अभियंताओं के खिलाफ डॉक्टर गोयल अभद्र भाषा का प्रयोग करते हैं । कई बार बैठकों में उन्हें चोर शब्द से संबोधित किया जाता है। 19 मई को हुई बैठक में तो उन्होंने हद ही कर दी।
इस वीडियो कॉन्फ़्रेंसिंग में उन्होंने अभियंताओं के संगठन का अपमान करते हुए कहा कि यह टुच्चा संगठन है। संजय गोयल इतने पर ही नहीं रुके और बोले कि “आप सब हराम का खाते हो आप को शर्म नहीं आती। चुल्लू भर पानी में डूब मरना चाहिए “।
आरोप है कि अभियंताओं को उन्होंने देशद्रोही तक कह दिया और फिर उन्हें कुत्ता भी कहा, कुत्ता कह कर बोले कि “मैं आपको कुत्ता कह रहा हूं जहां शिकायत करना है कीजिए ।”
अभियंता से बेहद आक्रोशित हैं और वह तत्काल डॉक्टर संजय गोयल का स्थानांतरण करने की मांग कर रहे हैं ।
लेकिन सच्चाई तो कुछ औऱ
सच बात यह कि ये कर्मचारी अपनी मन मानी नही कर पा रहे हैं क्योकी इन्हें डर है कि डॉक्टर संजय गोयल ईमानदार है और इसके चलते वो इनके खिलाफ़ कड़ा ऐक्शन ले रहे है पहली बार बिधुत बिभाग में कोई ईमानदार अधिकारी इनको हजम नहीं हो रहा है इसलिए ये मिल कर ऐसा घटिया आरोप लगा रहे है इनके पास कोई भी ठोस सबूत नही है कि डॉक्टर संजय गोयल ने ऐसा बोला है सिर्फ मनगढ़न्त कहानी बना कर ये आरोप लगा रहे हो जो निराधार है ।
इस आदेश पर बिफरे इंजीनियर
जो बिधुत कंपनी के कर्मचारी है ही नही जो आरोप लगा रहे है वो प्राइबेट कम्पनी के कर्मचारी है सच तो यह है कि जो डॉक्टर संजय गोयल ने बोला कि सभी कर्मचारी जब रीडिंग लेने जाएंगे तो फ़ोटो लेकर आएंगे तभी बिल जारी करे, जिससे पब्लिक और किसानों को सही बिल की कीमत चुकानी पड़े लेकिन प्राइबेट कम्पनी बालों का बोलना है यह नही हो सकता। हम तो अनुमान रीडिंग से ही बिल जारी करेंगे तो इस बात पर डॉक्टर संजय गोयल नाराज हो गये इस बात को लेकर बो एक ईमानदार अधिकारी पर अभद्रता का झूठा आरोप लगा रहे है जब कुछ बिद्युत अधिकारियों से बात की तो उनोने बताया है कि जो नियम डॉक्टर संजय गोयल लागू कर रहे है जो पब्लिक के लिए फायदेमंद है जो जितनी बिजली का उपयोग करेगा उतना ही बिल लगेगा यह नियम लागू ही होना चाहिए सभी ने समर्थन किया है।
अभियन्ताओं को एवं प्राइवेट कम्पनी को क्यो प्रॉब्लम?
और सबसे बड़ी बात इसी नियम को मध्यप्रदेश के मुखिया मुख्यमंत्री भी यही चाहते है कि जो भी जितनी बिजली का उपयोग करे उनता ही बिल दे नही किसी दूसरे का बिल दे फिर क्यो कुछ अभियन्ताओं को एवं प्राइबेट कम्पनी बालों को क्यो प्रॉब्लम हो रही है ये सिर्फ बरगलाने की कोशिस की जा रही है ये राज क्या है और क्यो नही चाहते ईमानदारी से मध्यप्रदेश में बिधुत बिल जारी हो क्या इन कंपनियों में किसी बड़े राज नेताओ का शेयर है या प्राइबेट कंपनियों को मोटा फायदा पहुँचाने का बहाना ढूढ रहे है।



