राजनीति डेस्क। अप्रैल महीना आने दो, राजनीतिक विश्लेषकों को बड़ा आघात पहुंचेगा। ऐसी चर्चा है कि भाजपा नेतृत्व साध्वी प्रज्ञा को मध्य प्रदेश या महाराष्ट्र से राज्यसभा में भेज सकता है। वह हिंदुत्व का नया चेहरा बन कर उभरी हैं। यू.पी.ए. शासन के दौरान उनके खिलाफ दर्ज किए गए 2 मामलों में से एक में वह बरी हो गई हैं। मुम्बई के अस्पताल में इस समय उनका कैंसर का इलाज चल रहा है। आर.एस.एस. का भी यह मत है कि प्रज्ञा को पुरस्कार दिया जाना चाहिए क्योंकि उन्होंने इन सभी वर्षों में काफी ‘पीड़ा’ सहन की है।
प्रमुख भाजपा नेताओं का कहना है कि पार्टी 2019 के लोकसभा चुनाव के दौरान हिंदुत्व का समर्थन करेगी और साध्वी प्रज्ञा एक तेज-तर्रार नेता के रूप में सामने आएंगी। वह एक बहुत प्रभावशाली वक्ता हैं। उमा भारती अब बड़े स्तर पर यात्रा करने और अभियान में हिस्सा लेने में अक्षम हैं इसलिए पार्टी को एक अन्य तेज-तर्रार महिला नेता की जरूरत है। भाजपा मुकुल राय को भी राज्यसभा में भेजने पर विचार कर रही है क्योंकि वह हाल ही में भाजपा में शामिल हुए हैं और उनकी सीट रिक्त हुई है। भाजपा को पश्चिम बंगाल हेतु अपनी रणनीति के लिए मुकुल की जरूरत है।