अमर शहीद जगदेव जंयती सह ‘‘सम्राट चन्द्रगुप्त मौर्य अवार्ड’’ सम्मान समारोह सम्पन्न

अमर शहीद जगदेव जंयती सह ‘‘सम्राट चन्द्रगुप्त मौर्य अवार्ड’’ सम्मान समारोह सम्पन्न

गौतम बुद्ध बिहार, दारोगा प्रसाद राय पथ पटना में आयोजित शहीद जगदेव प्रसाद जयंती सह सम्राट चन्द्रगुप्त मौर्य रत्न अवॉर्ड सम्मान समारोह का उद्घाटन करते हुए खान एवं भुतत्व मंत्री बिनोद सिंह कुशवाह ने कहा कि बिहार के शोषितों, पीड़ितों के हक एवं अधिकार की लड़ाई जिस दिलेरी से जगदेव बाबू ने लड़ते हुए अपनी शहादत दी थी उसी का प्रतिफल है आज का नीतीष कुमार सरकार। कार्यक्रम के मुख्य अतिथि डा० प्रेम कुमार कृषि मंत्री बिहार सरकार ने अपने सम्बोधन में कहा कि जगदेव बाबू की संघर्ष की शुरूआत मगध की धरती से हुयी थी, वही वे शहीद भी हुये। उनके पद चिन्हों का अनुषरण करते हुए हम लोग उनके सपनों को पूरा करने में लगे है।

समारोह को सम्बोधित करते हुए भारतीय बौद्ध महासभा के प्रदेश अध्यक्ष श्रीनाथ सिंह बौद्ध ने कहा कि जगदेव प्रसाद की जलाई गयी ज्वाला आज दाबानल का रूप ले चुका है, जगदेव बाबू की हत्या के बाद भी तत्कालीन पुलिस प्रशासन ने उनके साथ जिस तरह का अमानवीय व्यवहार किया था, अब सरकार किसी की रहे किन्तु प्रशासन वैसा कुकृत्य किसी अदना व्यक्ति के साथ भी नहीं कर सकता। समारेह को संबंधित करते हुए सम्राट अशोक विचार मंच के राष्ट्रीय अध्यक्ष ब्रजकिशोर सिंह कुशवाह ने कहा कि जगदेव बाबू का सपना आज भी अधूरा है किन्तु उनका मिशन, उनका नारा आगे बढ़ रहा है, हमें उसकी गति को तेज करना है। समारोह की अध्यक्ष्ता करते हुए नागमणि कुशवाह ने अपने उद्गार प्रकट करते हुए कहा कि जगदेव बाबू के सपनो का भारत बनाने के लिए बुद्धम् शरणम् गच्छामि के सूत्रवाक्य को अपनाकर ही हम मौर्य वंष की विरासत अखण्ड भारत का फिर से निर्माण किया जा सकता है। मौर्य कालीन शासन का तात्पर्य समता, मौर्य करूणा, सहिष्णुता एवं भाईचारा पूर्ण समाज से है जो विश्व का सबसे अच्छा शासन काल माना जाता है। आजाद भारत का संविधान लेखन में भी अधिकांष नियम बाबा साहब डा० अम्बेडकर ने अषोक कालीन शासन व्यवस्था से ली है, जिस दिन भारत का संविधान पूर्ण रूप से लागू हो जायेगा उसी दिन जगदेव बाबू का सपना सरकार हो जायेगा।
जगदेव क्रांति के सेनानी डी एन सिंह आजाद ने कहा कि जगदेव बाबू का नारा सौ मे नब्बे शोषित है, नब्बे भाग हमारा है, को सफलीभूत नहीं होने में कुदे हमारे लोगों की गलती से अभी तक पूरा नहीं हुआ है। हमें उस की जलाई हुई मषाल को तब तक जलाये रखना है जब तक हम अपने हक को पूर्णतः प्राप्त नहीं कर लेते।
उक्त अवसर पर विभिन्न विधाओं के छः लोगों को सम्राट चन्द्रगुप्त मौर्य रत्न अवॉर्ड से सम्मानित किया गया जब कि शोषित दलित पिछड़े समाज से चुनकर प्रषासनिक सेवा में आये 20 युवाओं को प्रषारित पत्र एवं मेडल पहनाकर सम्मानित किया गया।
उक्त अवसर पर पूर्व मंत्री सम्राट चौधरी एम.एल.सी. सर.पी.सिन्हा, चन्द्रिका सिंह दाँगी, प्रदेष अध्यक्ष- हरिओम कुशवाह, प्रभात रंजन कुशवाह, डॉ० मुकेश कुमार, सुनिता कुशवाह, अवधेष कुमार, प्रेम कुमार रिषांत, सुरेन्द्र कुशवाह, राजेश कुशवाह, प्रितम कुमार, चंन्द्रभान सिंह कुशवाह, सुरेश प्रसाद आदि ने भी समारोह को सम्बोधित किया।