नासा ने सेटेलाइट से लीं प्रयागराज कुंभ की फोटो, जन समुद्र को देख पड़ गया आश्चर्य में, आप भी देखें

प्रयागराज। प्रयाग कुंभ में संस्कृति की झलक के साथ धर्म के विभिन्न स्वरूपों से भी संन्यासी और श्रद्धालु रुबरू हो रहे हैं। जहां तक नजर जाती है धार्मिक आयोजनों के साथ भजनों के स्वर सुनाई देते हैं। गंगा और यमुना का संगम कुंभ में एक मणिकांचन योग को बना देता है। नासा के सेटेलाइट से ली गईं इन तस्वीरों को देखकर आप भी दंग रह जाएंगे ऐसा दिख रहा जैसे समूचा विश्व एक जगह आ गया हो।

प्रयाग कुंभ के दूसरे शाही स्नान के अवसर पर भोर की पहली किरण से पहले ही श्रद्धालुओं ने संगम स्नान प्रारंभ कर दिया।

देश-विदेश से आए श्रद्धालुओं का मेला पुण्य की डुबकी लगाने के लिए गंगा के घाटों की ओर बढ़ रहा था।

अमावस्या के स्नान के लिए श्रद्धालु कड़ाके की ठंड होने के बावजूद देर रात से संगम पर स्नान की परंपरा को निभा रहे थे।

शास्त्रोक्त स्नान और संस्कृति के इस अद्भुत मेले के दर्शन के लिए बड़ी संख्या में विदेशी भी प्रयाग पधारे हैं।

सूर्य के अस्ताचल होने के साथ ही रोशनी से सराबोर मेला परिसर की विहंगम छटा देखते ही बनती है।

मेले में पुण्यलाभ लेने आए श्रद्धालु मां गंगा के आंचल में नाव की सवारी कर लहरों का आनंद उठा रहे हैं।

देर रात से ही श्रद्धालुओं ने आस्था का दामन थामकर संगम स्नान शुरू कर दिया था।

नासा ने मौनी अमावस्या के शाही स्नान का विहंगम दृश्य कैद कर उसका फोटो जारी किया है।

नासा के फोटो में लाखों श्रद्धालु संगम की ओर बढ़ते दिखाई दे रहे हैं।

नागा संन्यासियों का उत्साह कड़ाके की ठंड में ठाठे मार रहा था।

गंगा-यमुना के संगम पर संन्यासियों का तप जल में निखर रहा था।

प्रशासन ने दावा किया है कि सोमवार दोपहर 3 बजे तक 3 करोड़ 6 लाख श्रद्धालु संगम में डुबकी लगा चुके



