
विशाखापत्तनम। शिखर धवन के नाबाद शतक (100) से भारत ने रविवार को तीसरे और निर्णायक वनडे में श्रीलंका को 8 विकेट से हरा दिया। भारत ने उपुल थरंगा के 95 रनों के बावजूद श्रीलंका की पारी को 44.5 अोवरों में 215 रनों पर समेटा। इसके बाद मेजबान टीम ने 32.1 अोवरों में 2 विकेट खोकर लक्ष्य हासिल किया। भारत ने इसी के साथ तीन मैचों की सीरीज पर 2-1 से कब्जा जमाया।<
भारत की यह लगातार आठवीं सीरीज जीत है। टीम इंडिया ने इसी के साथ इतिहास रच दिया, यह उसकी इस वर्ष रिकॉर्ड 13वीं सीरीज जीत है। भारत का सर्वश्रेष्ठ प्रदर्शन इससे पहले 2007 में रहा था, जब उसने सभी फॉर्मेट में 12 सीरीज अपने नाम की थी।
लक्ष्य का पीछा करने उतरे भारत की शुरुआत अच्छी नहीं रही और कप्तान रोहित शर्मा मात्र 7 रन बनाकर अकिला धनंजय की गेंद पर बोल्ड हो गए। अय्यर ने सचित पाथिराना की गेंद पर 1 रन लेते हुए फिफ्टी पूरी की। यह उनकी लगातार दूसरी फिफ्टी हैं, वे इस मंजिल तक 44 गेंदों में पहुंचे। इसके बाद धवन ने फिफ्टी पूरी की। अय्यर 65 रन बनाने के बाद थिसारा परेरा की गेंद पर लकमल को कैच थमा बैठे। उन्होंने धवन के साथ दूसरे विकेट के लिए 135 रनों की भागीदारी की। इसके बाद धवन ने जोरदार बल्लेबाजी की और खुलकर रन बनाए। उन्होंने सचित पाथिराना की गेंद पर चौका लगाकर शतक पूरा किया। यह उनका वनडे में 12वां शतक है। उन्होंने 84 गेंदों में 13 चौके और 2 छक्के लगाए। दिनेश कार्तिक 26 रन बनाकर नाबाद रहे।
त ने सीरीज में पहली बार टॉस जीतकर पहले गेंदबाजी करने का फैसला किया। बुमराह ने दानुुष्का गुणतिलका (13) को मिडऑन पर कप्तान रोहित शर्मा के हाथों झिलवाया। इस झटके के बावजूद थरंगा ने आक्रामक प्रदर्शन जारी रखा। उन्होंने हार्दिक पांड्या द्वारा डाले गए पारी के नौवें अोवर में धमाकेदार प्रदर्शन करते हुए लगातार पांच गेंदों पर चौके लगाए। वे अंतिम गेंद पर चौका लगाने में नाकाम रहे अन्यथा वे अोवर की सभी गेंदों पर चौका लगाने वाले बल्लेबाजों के समूह में शामिल हो जाते। थरंगा ने 36 गेंदों में 10 चौकों की मदद से फिफ्टी पूरी की। यह उनके वनडे करियर की 36वीं फिफ्टी हैं। समरविक्रमा जब 29 रनों पर थे तब कुलदीप यादव की गेंद पर मिडविकेट पर दिनेश कार्तिक ने उनका कैच छोड़ा।
युजवेंद्र चहल ने खतरनाक होती इस साझेदारी को सदीरा समरविक्रमा को आउट कर तोड़ा, जब वे उनकी गेंद पर डीप कवर्स पर धवन को कैच दे बैठे। समरविक्रमा ने 57 गेंदों में 42 रन बनाए और दूसरे विकेट के लिए थरंगा के साथ 121 रनों की भागीदारी की। थरंगा शतक की तरफ बढ़ रहे थे, लेकिन कुलदीप ने एक ही अोवर में मेहमान टीम को दो झटके दिए। उनकी गेंद पर धोनी ने थरंगा को स्टम्पिंग किया, यह बहुत करीबी निर्णय था और थर्ड अंपायर ने फैसला दिया। थरंगा 82 गेंदों में 12 चौकों और 3 छक्कों की मदद से 95 रन बनाकर आउट हुए। लेकिन उन्होंने इस मैच के दौरान इस कैलेंडर वर्ष में वनडे में 1000 रन पूरे किए। कुलदीप ने निरोशन डिकवेला (8) को स्लिप में श्रेयस अय्यर के हाथों झिलवाया।
अब श्रीलंका की उम्मीदें एंजेलो मैथ्यूज और थिसारा परेरा पर टिक गई थी, लेकिन ये दोनों जल्दी आउट हो गए। चहल ने शानदार गेंद पर मैथ्यूज (17) को बोल्ड किया और फिर परेरा (6) को एलबीडब्ल्यू किया। कुलदीप यादव ने 42 रनों पर 3 और चहल ने 46 रनों पर 3 विकेट लिए।
भारत और श्रीलंका ने प्लेइंग इलेवन में एक-एक बदलाव किए। भारत ने बीमार वॉशिंगटन सुंदर की जगह कुलदीप यादव को शामिल किया जबकि श्रीलंका ने लाहिरू थिरिमाने की जगह सदीरा समरविक्रमा को मौका दिया।